डिप्रेशन यान अवसाद वर्तमान जीवनशैली की दी हुई बीमारी है जिससे आजकल हर उम्र के लोग प्रभावित हो रहे हैं। समय रहते यदि इसके लक्षणों की पहचान कर उपचार न किया जाए तो आगे चलकर यह पीड़ित व्यक्ति के मानसिक स्तर को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है और यह उसके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसलिए डिप्रेशन को हल्के में लेने की गलती न करें और अपने आसपास आपको यदि कोई इसका पीड़ित दिखे तो उसकी मदद करें और उसे मेडिटेशन करने की सलाह दें।
मेडिटेशन यानी ध्यान लगाना योग का ही एक हिस्सा हो व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ाने के साथ ही मन को शांत करती है। यदि आप भी डिप्रेशन से दूर रहना चाहते हैं, तो मेडिटेशन की ये तकनीक आज़मा सकते हैं।
ऊँ का उच्चारण
यदि आप बिल्कुल नए हैं और कभी मेडिटेशन नहीं किया है तो आप इससे शुरुआत कर सकते हैं। इसे करने के लिए किसी भी आरामदायक आसन में सीधे बैठकर आंखें बंद कर लीजिए और मन से सारे विचारों को बाहर करके सिर्फ ऊँ का उच्चारण करिए। जैसे-जैसे ऊँ का उच्चारण करते जाएंगे आपको अपने अंदर एक नई ऊर्जा का एहसास होगा और मन शांत हो जाएगा। यह ध्यान शरीर के सात ऊर्जा केंद्रों पर आधारित है जो चिंता और अवसाद को आपके मन से दूर कर देता है।
माइंडफुलनेस मेडिटेशन
आपने कई बार गौर किया होगा कि बात करते समय कुछ लोग आपके सामने बैठे तो रहते हैं, लेकिन आप क्या कह रहे हैं वह सुनते नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि उनका मन उस वक्त कहीं और होता है। माइंडफुलनेस मेडिटेशन आपको वर्तमान में रहना और चीज़ों पर ध्यान केंद्रित करना सिखाता है। यह विचारों को पूरी तरह जागरुक करता है और हर काम को करते समय आप शारीरिक ही नहीं, मानसिक रूप से वहां उपस्थित होते हैं। इसे करने के लिए किसी भी शांत जगह पर बैठ जाएं और आंखें बंद करके अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन
यह मेडिटेशन का बहुत ही आसान तरीका है। इसमें आपको कोई मंत्र, वाक्य या ध्वनि दी जाती है जिसका बार-बार उच्चारण करना होता है। दिन में दो बार 20-20 मिनट के लिए इसका अभ्यास करने से आपका मन बिल्कुल शांत हो जाएगा।
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बॉडी स्कैन मेडिटेशन
डिप्रेशन की वजह से व्यक्ति को ठीक से नींद भी नहीं आती है और उसके शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिलता है। ऐसे में ध्यान की इस तकनीक से वह अपने शरीर और मन दोनों का आराम दे सकता है। इसे करने के लिए किसी शांत जगह पर आरामदायक तरीके से पहले लेट जाएं और अपने शरीर पर ध्यान केंद्रित करें। लेटने के बाद अपने पूरे शरीर का विश्लेषण करें यानी आपके शरीर के किस हिस्से में कैसा महसूस हो रहा है। सिर से पैर तक ऐसा करने पर मन शांत होगा और डिप्रेशन दूर हो जाएगा।
मेडिटेशन कैसे करता है असर?
– वैज्ञानिकों के अनुसार, ध्यान करने से कुछ ऐसे न्यूरोकेमिकल्स बनते हैं जो डिप्रेशन को बढ़ने से रोकता है। इससे हैप्पी ट्रांसमीटर्स का निर्माण होता है जिससे मन से नकारात्मक विचार दूर हो जाते हैं।
– नियमित रूप से मेडिटेशन करने से तनाव आप पर हावी नहीं हो पाता है जिससे डिप्रेशन बढ़ता नहीं है।
– मेडिटेशन करने से मस्तिष्क में पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचती है, जिससे नींद अच्छी आती है।
– मेडिटेशन के ज़रिए आप अपने सोचने का तरीका बदल सकते हैं और नकारात्मक की जगह सिर्फ सकारात्मक चीज़ों पर फोकस करने लगते हैं।
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