बुज़ुर्गों का साथ है ज़रूरी

बुज़ुर्गों का साथ है ज़रूरी

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अमेरिका में एक पोते ने अपनी दादी का सपना पूरा करने के लिये जो काम किया है, उसे सुनकर यकीनन आपको उस पोते पर गर्व होगा और शायद आप भी अपने घर के बुज़ुर्गों के लिये कुछ करना चाहें और समझे कि बुज़ुर्गों का साथ ज़रूरी है। यह खबर पढ़कर आप भी महसूस करेंगे कि हमें बुज़ुर्गों की मदद क्यों करनी चाहिये?

पोते ने कैसे किया सपना पूरा?

अमेरिका के ब्रैड रेयान के शख्स ने 2015 में छुट्टियों के दौरान अपनी 85 वर्षीया दादी से मिलने ओहियो पहुंचा। वह दादी को अपने सफर के बारे में बता रहा था, तो दादी ने उससे कहा कि आज तक उन्होंने समुद्र और पहाड़ नहीं देखा है। दादी की बात से रेयान हैरान रह गये और तभी उन्होंने अपनी दादी का सपना पूरा करने की सोची।

तब से लेकर आजतक ब्रैड रेयान अपनी दादी के साथ अमेरिका के 38 राज्यों के की अलग-अलग खूबसूरत और रोमांचक जगह की सैर कर चुके हैं। इस उम्र में दादी का रोमांच जीवन के प्रति पॉज़िटिव सोच ने रेयान का भी नज़रिया बदल दिया। वह अपनी दादी से बहुत प्यार करता है। उसका कहना है कि दादी के इस दुनिया से जाने के बाद वह उन सब जगहों पर दोबारा जायेगा ताकि वह अपनी दादी को महसूस कर सके। रेयान दादी के साथ अपने सफर को सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं ताकि बाकि युवा भी अपने दादा-दादी के साथ समय बिताने के लिए प्रेरित हों।

बुज़ुर्गों का साथ है ज़रूरी
दादी के संग कुछ पल | इमेज : इंस्टाग्राम

करें बुज़ुर्गों की सही देखभाल

– दादा-दादी बच्चों को न सिर्फ अच्छे संस्कार देते हैं, बल्कि उनके पास बच्चों को देने के लिये बहुत सारा ज्ञान होता है।

– इस उम्र में अक्सर उन्हें अकेलापन महसूस होता है, इसलिये अपने दादा-दादी को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों से मिलवाएं।

– उनके लिए फिज़िकली फिट रहना भी ज़रूरी है, इसलिये हो सके तो अपने साथ या अकेले ही उन्हें मॉर्निंग या इवनिंग वॉक पर जाने के लिये प्रेरित करें।

– उनकी डाइट के साथ दवाओं का भी खास ध्यान रखना ज़रूरी है।

– छुट्टी के दिन दोस्तों के साथ पार्टी करने की बजाय कभी-कभार समय निकालकर दादा-दादी के साथ कहीं बाहर घूमने जायें।

– इस उम्र में अक्सर बुज़ुर्ग खुद को उपेक्षित महसूस करते है, इसलिये उनसे प्यार जतायें और एहसास दिलायें कि आपके लिए वह कितना मायने रखते हैं।

– जब कभी भी घर में पूरा परिवार इकट्ठे होकर मौज-मस्ती कर रहा हो, तो अपने दादा-दादी को भी उसमें ज़रूर शामिल करें।

– थोड़ा बहुत काम दें, जिससे वह बिज़ी रहेंगे और नेगेटिव बातें नहीं सोचेंगे, जैसे- कुत्ते को बाहर घूमाना, पौधों को पानी देना आदि।

और भी  पढ़िये : क्या आप योग करने से पहले इन बातों का रखते हैं ध्यान?

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