पैरेंट्स अपने बच्चों को सेहतमंद बनाने के लिये उनके खानपान, कसरत सभी का बखूबी ध्यान रखते हैं, लेकिन बच्चों के विचारों को हेल्दी बनाने के लिये क्या करते हैं? बच्चों को अच्छा इंसान बनाने और उनके विचारों को पॉज़िटिव बनाने में बेडटाइम स्टोरीज़ की बहुत अहम भूमिका होती है।
जानिये मेघा की कहानी
मेघा की बेटी जैसे दो साल की हुई, वह रोज़ रात को उसे एक स्टोरी सुनाती। बेटी कहानी सुनती, तो उसे बड़ा मज़ा आता। इन्हीं कहानियों के ज़रिये मेघा बेटी को मोरल वैल्यूज़ और ज़िंदगी के ज़रूरी सबक सिखाती थी। बच्ची को समझाने की बजाय, उसे कहानियों से पॉज़िटिव बनाने की मेघा की यह सोच काफी क्रिएटिव है। इंटरनेट से लेकर किताबों तक में बच्चों को अच्छी सीख देने वाली सैंकड़ों कहानियां मिल जाती है, तो फिर आप भी आज से अपने बच्चों के विचारों को हेल्दी करने के लिये बेडटाइम स्टोरीज़ सुनायें।
रिश्ता मज़बूत बनता हैं
बच्चा दिनभर स्कूल और दूसरी एक्टिविटीज़ में व्यस्त रहता है और आप घर व ऑफिस की ज़िम्मेदारियों में उलझी रहती हैं। ऐसे में रात के समय कहानियां सुनाने के बहाने ही सही आप और बच्चा साथ में रहते हैं, जिससे रिश्ता मज़बूत बनता हैं।
क्वालिटी टाइम
कहानी पढ़ना और बच्चों को समझाने के ज़रिये पैरेंट्स बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताते हैं, क्योंकि उस समय उनके और बच्चे के बीच कोई गैजेट्स या काम नहीं होता है।
दिमाग शांत करता है
कहानियां बच्चों के दिमाग को शांत रखने का भी अच्छा तरीका है। कहानियां सुनते-सुनते उन्हें अच्छी नींद आ जाती है।
कल्पनाशक्ति बढ़ती है
कई कहानियां परी, सुपरहीरो, जानवर, जंगल और ऐतिहासिक चरित्रों से जुड़ी होती हैं। ये सबकुछ रोज़मर्रा के जीवन में देखने को नहीं मिलता है, इसलिए ऐसी कहानियां सुनने से बच्चों की कल्पनाशक्ति बढ़ती है।
क्रिएटिव सोच
बेडटाइम स्टोरीज़ के ज़रिये बच्चों की सोच को रचनात्मक बनाने के साथ ही समस्यों के समाधान की उनकी क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है। कोई कहानी पढ़ने या समझाने के दौरान उसे खत्म करने से पहले रुक जायें और बच्चे को उसका अंत बताने के लिए कहें, या फिर अंत की कुछ लाइने बोलने के बाद आगे का बच्चे को बोलने के लिए कहें। यह तरीका मज़ेदार तो है ही, इससे बच्चा क्रिएटिव तरीके से सोचने के लिए प्रेरित होगा और वर्तमान समस्या का समाधान निकालने की भी कोशिश करेगा।
कम्यूनिकेशन स्किल होते है बेहतर
कहानी पढ़ने के दौरान बच्चों को कई नये शब्दों का पता चलता है, जिसके बारे में वह आपसे पूछते हैं, इससे बच्चों की वोक्याब्लरी और कम्यूनिकेशन स्किल अच्छे बनते हैं।
तो फिर देर किस बात की है, आज से ही अपने बच्चे के लिये एक मज़ेदार बेडटाइम स्टोरी तैयार कर लीजिये।
और भी पढ़िये : खिलाड़ी जिन्होंने कभी हार नहीं मानी-II
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर भी जुड़िये।