करीब साल होने को आ गया है, जब से हम सभी घर बैठे इस बीमारी के खत्म होने का इंतज़ार कर रहे हैं। लेकिन हालिया रिपोर्ट से लग नहीं रहा कि इससे जल्द ही निजात मिलने वाली है। भारत में भले ही नए और एक्टिव मामलों में कमी आई है, लेकिन ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने पूरी दुनिया को एक बार फिर से डरा दिया है। आखिर क्या है कोरोना का यह नया स्ट्रेन जिसने फिर से दहशत पैदा कर दी है और यूरोपीयन देशों को लॉकडाउन के लिए मजबूर कर दिया है।
क्या है कोरोना का नया स्ट्रेन
- जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ब्रिटेन में हाल ही में मिला है, जिसे वैज्ञानिकों ने VUI-202012/01 नाम दिया है। इसे पहला “वेरिएंट अंडर इन्वेस्टिगेशन” कहा जा रहा है। फिलहाल इसके बारे में साइंटिस्ट और रिसर्च कर रहे हैं।
- अब तक इसके बारे में जो भी जानकारी मिली है उसके अनुसार, इसके 8 रूप जीन में प्रोटीन बढ़ाने वाले हैं। लेकिन इसमें दो सबसे ज्यादा दिक्कत पैदा करने वाले हैं। पहला, N501Y रूप, जिसकी वजह से कोविड-19 ज्यादा घातक हो सकता है और शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला कर सकता है। दूसरा रूप है H69/V70, जो इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। यह बहुत तेजी से फैलता है इसलिए इसे घातक माना जा रहा है।
संबंधित लेख : कोरोना को हराने आ रहे हैं वैक्सीन के कई विकल्प

क्या कहना है विशेषज्ञों का
- विशेषज्ञों के मुताबिक, नया कोरोना वायरस पुराने की तुलना में 70 फीसदी अधिक संक्रामक है। इसका मतलब है कि इससे पीड़ित व्यक्ति अधिक लोगों को संक्रमित कर सकता है।
- नया कोरोना वायरस बहुत जल्दी म्यूटेट हो रहा है और बहुत तेजी से एक से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर रहा है, इसलिए इसे सुपर स्प्रेडर कहा जा रहा है।
- हालांकि क्या यह वायरस लोगों को अधिक गंभीर रूप से बीमार कर रहा है, इस बारे में अभी तक कोई रिसर्च सामने नहीं आई है।
घबराएं नहीं
- विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इससे घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि म्यूटेशन और रूप बदलना वायरस की प्रवृत्ति होती है। लोगों को घबराने की बजाय बस हाथ धोने, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का सख्ती से पालन करने की ज़रूरत है।
- ब्रिटेन में मिले वायरस के नए स्ट्रेन की वजह से कई देशों ने ब्रिटेन के लिए हवाई यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत ने भी ब्रिटेन से आने जाने वाली फ्लाइट पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन उससे पहले वहां से आए कुछ यात्री पॉज़िटिव मिले हैं, जिन्हें क्वारंटाइन रखा गया है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सबसे पहले दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड मिला था और अब तक यह कई बार रूप बदलकर इंग्लैंड के अलग-अलग हिस्सों में फैल चुका है।
- भारत में भले ही अभी तक नया कोरोना वायरस का कोई केस नहीं मिला है, लेकिन खतरे से इनकार भी नहीं किया जा सकता। ऐसे में कम होते मामलों को देखकर जो लोग लापरवाही बरत रहे हैं, उन सभी को अब सतर्क रहने और पहले की तरह ही एहतियात बरतने की जरूरत है।
और भी पढ़िये : भारतीय पारंपरिक मिठाइयां जो कला का है बेहतरीन रूप
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।