यदि आपको महसूस हो रहा है कि आप किसी चीज़ पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे हैं, दिमाग में विचारों की उथल-पुथल हो रही है, लोगों के बीच नहीं, बल्कि अकेले रहना अच्छा लगता है तो इन सब का कारणसहस्रार चक्र का असंतुलन हो सकता है।
सहस्रार चक्र
यह शरीर का सातवां चक्र है, जो आध्यात्मिक और भौतिक बदलाव के लिए ज़िम्मेदार है। यह चक्र सिर के ऊपरी हिस्से में स्थित होता है, इसलिए इसमें मस्तिष्क से जुड़ी सभी चीज़ों को नियंत्रित करने की शक्ति होती है। जामुनी रंग का यह चक्र जब संतुलित होता है, तो व्यक्ति को आध्यात्मिकता की ओर ले जाता है और परमात्मा से जोड़ता है। सहस्रार चक्र में एक महत्त्वपूर्ण शक्ति होती है जिसे मेधा शक्ति कहते हैं है। यह शक्ति एक तरह का हार्मोन है, जो स्मरण शक्ति, एकाग्रता और बुद्धि को प्रभावित करती है। योग का अभ्यास करके आप इस शक्ति को सक्रिय और मज़बूत बना सकते हैं। इस चक्र को जागृत करने पर आप दिव्य शक्ति से जुड़ जाते हैं।
सहस्रार चक्र को संतुलित करने के लिए हर्ब्स
सक्रिय और संतुलित रहने पर यह आध्यात्मिक केंद्र आपको परमात्मा, आत्मा और ब्रह्मांड से जोड़ता है। जब यह चक्र असंतुलित होता है, तो आप आध्यात्मिक रूप से खोया हुआ महसूस करते हैं, मृत्यु से डरने लगते हैं, उद्देश्य की कमी महसूस होती है। आप भौतिक लाभ जैसे दौलत, शोहरत के माया जाल में फंस जाते हैं।
अपनी अंतरात्मा से जुड़ने के लिए लैवेंडर का इस्तेमाल करें। चाय, मीठे व्यंजन या नींबू पानी में पर्पल फ्वालर डालें। यह फूल में शांति प्रदान करने की बहुत शक्ति होती है। मेडिटेशन के समय लैवेंडर की खुशबू वाली मोमबत्ती या धूप जलाएं।
संबंधित लेख : आत्मविश्वास और खुशी देता है मणिपुर चक्र का संतुलन
![](https://www.thinkrightme.com/wp-content/uploads/2021/02/Untitled-design-5-1-1-1.jpg)
सहस्रार चक्र को जागृत करने के लिए संकल्प
- मैं ब्रह्मांड का विस्तार हूं।
- मैं असीम और सीमाहीन हूं।
- मैं अपनी संकीर्ण धारणाओं से आगे जाकर स्वयं को पूरी तरह से स्वीकार करता हूं।
- मुझे दिव्य शक्तियों से प्रेरणा मिलती है।
- मैं अपनी आत्मा से जुड़ाव महसूस करता हूं।
सहस्रार चक्र को जागृत करने के उपाय
सहस्रार धूप और एसेंशियल ऑयल जलाएं
अरोमाथेरेपी के ज़रिए सहस्रार चक्र को जागृत करके अलौकिक शक्ति से जुड़ा जा सकता है। अपने सहस्रार चक्र से जुड़ने के लिए लोहबान और कपूर जैसी खुशबू वाले धूप का इस्तेमाल करें।
योगासन
भौतिक और आध्यात्मिक रूप से अपने शरीर से जुड़ने के लिए योगा बेहतरीन तरीका है। पद्मासन या अर्ध पद्मासन, श्वासन और वृक्षासन योगासन सहस्रार चक्र को जागृत करने में फायदेमंद है।
अपनी अंतरात्मा से रिकनेक्ट करें बैठकर या श्वासन में लेटकर ध्यान करें। जैसे ही दिमाग विचार में आएं, उन पर ध्यान दें और उसे जाने दें। आपको आध्यात्मिकता का अनुभव होगा और स्वयं के दिव्य रूप से जुड़ने का एहसास होगा।
और भी पढ़िये : हर रिश्ते में है प्यार
अब आप हमारे साथ फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर भी जुड़िये।